अजमेर की सेन्ट्रल जेल में कार्यरत होमगार्ड ने केवल मात्र 1500 रूपए में ही अपना ईमान बेच दिया। दरअसल होमगार्ड अपने गुप्तांग में छिपाकर जेल में बंद कैदी के लिए अफीम ले जा रहा था, जिसे आरएसी के जवान ने पकड़ लिया और सिविल लाईन थाना पुलिस के सुर्पुद कर दिया।
डीएसपी डॉ दुर्ग सिंह राजपुरोहित ने बताया कि बुधवार रात लगभग दो बजे होमगार्ड की डयूटी बदली तो लोहाखान निवासी शंकर सिंह राजपूत डयूटी पर आया। वह अपनी पेंट के नीचे दो अंडरवियर पहनकर आया और लगभग 35 ग्राम अफीम गुप्तांग में छिपाकर लाया। जिसे पहली सुरक्षा टुकड़ी तो नहीं पकड़ पाई लेकिन जब आरएसी के जवान राजेन्द्र सिंह ने तलाशी ली तो उसने उक्त अफीम को बरामद कर जेल प्रशासन और सिविल लाईन थाने पर सूचना दी। सूचना पर पहुंची सिविल लाईन थाना पुलिस ने होमगार्ड शंकर सिंह को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ एनडीपीएस में मुकदमा दर्ज किया। डॉ राजपुरोहित ने कहा कि शंकर सिंह द्वारा लाई गई अफीम जेल में बंद कैदी के लिए लाई जा रही थी जिसे आरएसी के जवान की सजगता से पकड़ लिया गया। उन्होंने यह भी कहा कि होमगार्ड शंकर सिंह को उक्त अफीम जेल तक पहुंचाने के लिए 1500 रूपए की राशि तय की गई थी। जेल के बाहर ही कैदी के परिचित ने अफीम और 1500 रूपए आरोपी शंकर सिंह को दिए थे। अब कैदी की तलाश की जा रही है।
● *जेल में आसानी से पहुंच रहे मोबाईल और नशा* ●
सेंट्रल जेल में मोबाईल और नशा पहुंचने का यह पहला मामला नहीं है। कई बार पहले भी ऐसे मामले सामने आ चुके हैं लेकिन इसके बावजूद भी यह घटनाक्रम थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों की मानें तो आसानी से प्रतिबंधित चीजें जेल में पहुंचाई जाती है। इसकी एवज में सुविधा शुल्क वसूला जाता है।
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