पीड़िता का इंटरव्यू●
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क्या रक्षक बना भक्षक? पीड़िता ने आईजी से लगाई न्याय की गुहार●
●एसपी राजेन्द्र सिंह ने किया कथित आरोपी हैडकॉन्सटेबल को लाईन हाजिर●
अजमेर पुलिस रेंज कार्यालय में पहुंची विवाहिता ने खाकी पर ही संगीन आरोप जड़ दिए। विवाहिता ने आईजी मालिनी अग्रवाल को जिला पुलिस के हैडकॉन्सटेबल द्वारा रक्षा का भरोसा देकर ढ़ाई साल तक देहशोषण करने का आरोप जड़ते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की गुहार लगाई। आईजी अग्रवाल ने भी पीड़िता को निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया। वहीं मामले में जिला पुलिस कप्तान ने कथित आरोपी हैडकॉन्सटेबल को लाईन हाजिर कर दिया है साथ ही इसकी जांच उत्तर वृताधिकारी डॉ दुर्ग सिंह राजपुरोहित को सौंपी है।
किशनगढ़ निवासी पीड़िता ने बताया कि हैडकॉन्सटेबल रमन जोशी पूर्व में किशनगढ़ में पदस्थापित था। लगभग तीन साल पहले उसके पीहर में पड़ोसियों से विवाद हुआ था जो थाने तक पहुंच गया था। इस मामले में रमन जोशी उसके पीहर आए और दोनों पक्षों में राजीनामा करवा दिया। इस दौरान रमन जोशी ने उसका फोन नम्बर भी ले लिया और अक्सर उससे बातचीत करने लगा। पीड़िता ने कहा कि उसी दौरान वह पति से अलग रह रही थी। इसका फायदा उठाते हुए रमन ने ससुराल पक्ष के खिलाफ कई मामले दर्ज करवाए और उससे नजदीकियां बढ़ाई।
●पत्नी को बताया मानसिक रोगी●
पीड़िता ने मीडिया को कहा कि दीवान रमन जोशी ने खुद की पत्नी को मानसिक रोगी बताते हुए तलाक लेने और उससे शादी करने की बात भी कही। ऐसा झांसा देकर वह लगातार उससे शारीरिक संबंध बनाता रहा। रमन ने उसकी अश्लील फोटो भी खींच ली। जब उसने शादी का दबाव बनाया तो रमन ने फोटो दिखाकर उसे ब्लेकमेल किया साथ ही उसे कहा कि अब वह उसे पति के पास भी नहीं जाने देगा और खुद भी शादी नहीं करेगा। पीड़िता ने आरोप लगाते हुए कहा कि रमन अपनी खाकी वर्दी का रौब दिखाता था और कहता था कि कहीं भी शिकायत कर ले, कोई कार्रवाई नहीं हो सकती। पीड़िता ने कहा कि आज आईजी को अपनी आपबीती सुनाकर कार्रवाई की मांग की है।
●आरोप निराधार●
कथित आरोपी हैडकॉन्सटेबल रमन जोशी वर्तमान में उत्तर वृताधिकारी डॉ दुर्ग सिंह राजपुरोहित के रीडर हैं। रमन जोशी ने पीड़िता द्वारा लगाए गए सभी आरोपों का खण्डन किया। उन्होंने कहा कि पीड़िता पूर्व में भी चार बार उसके खिलाफ झूठी रिपोर्ट लिखवा चुकी है। एक मामला तो अदालत में भी विचाराधीन है जो भी उसके पक्ष में है।
●एसपी राजेन्द्र सिंह ने लिया एक्शन●
मामला सामने आते ही जिला पुलिस कप्तान राजेन्द्र सिंह ने दोनों पक्षों को अपने कक्ष में बुलवाया। सिंह ने कहा कि पीड़िता और हैडकॉन्सटेबल के परिवार से बातचीत की गई। पूर्व में भी दोनों में मारपीट होने की जानकारी भी सामने आई है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद हैडकॉन्सटेबल रमन जोशी को लाईन हाजिर कर दिया है साथ ही इसकी जांच उत्तर वृताधिकारी डॉ दुर्ग सिंह राजपुरोहित को सौंपी है। डॉ राजपुरोहित की जांच के आधार पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
सचिन श्रीवास्तव, लखनऊ
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