रिपोर्ट प्रमोद सिंह आज की सत्ता उन्नाव : जिलाधिकारी महोदय देवेन्द्र कुमार पाण्डेय ने बताया कि सरकार किसानों की आय दोगुनी करना चाहती है जिसके लिये कृशकों को परम्परागत खेती छोड़कर कृशि विविधीकरण वाली खेती करनी होगी, जैसे खेती के साथ वानिकी, बागवानी, पषुपालन, मत्स्य पालन आदि जिसमें ज्यादा लाभ होगा साथ ही कृशकों से सम्बन्धित विभागों को निर्देषित किया कि कृसको को विभागों द्वारा चलायी जा रही योजनाओ से पूरी पारदर्षिता के साथ ज्यादा से ज्यादा लाभान्वित किया जाये साथ ही खेती में जैव उर्वरकों एवं जैव कीटनाषी का प्रयोग करें।
जिलाधिकारी महोदय ने जिला कृशि अधिकारी को निर्देषित किया कि आप कृशकों को आसपास के जिलों जैसे-लखनऊ, रायबरेली, बाराबंकी आदि में कृशकों को प्रगतिषील किसानों के यहा भ्रमण करायें उन्हें दिखायें कि कृशि विविधिकरण अपनाकर किसान किस तरह से अपनी आमदनी बढ़ा रहें है।
किसान दिवस में मुख्य पषु चिकित्साधिकारी, ने कृशकों को खुरपका, मुंहपका, गलाघूंटो व अन्य बिमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण अभियान में सम्मिलित होकर टीकाकरण कराने की सलाह दी। किसान दिवस मे उप सम्भागीय कृशि प्रसार अधिकारी पुरवा, प्रबन्धक जिला अग्रणी बैंक, अधिषाशी अभियन्ता सिंचाई, मत्स्य, जिला उद्यान अधिकारी, आदि विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहें, अधिकारियों ने कृशकों को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी।
जिला कृशि अधिकारी ने किसानों को बताया किसान भाई अब अपनी धान की रोपाई अतिषीघ्र कर लें साथ ही जिन किसान भाईयों को उर्द, मूंग, तिल, और मूंगफली की खेती करनी हो वह किसान भाई अपने विकास खण्ड के राजकीय कृृशि बीज भण्डार से अनुदान पर बीज प्राप्त कर अतिषीघ्र बोआई कर लें। प्रबन्धक जिला अग्रणी बैंक ने किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिये किसान क्रेडिट कार्ड एवं रूपे कार्ड बनवाने के लिये प्रेरित किया। कृशि विज्ञान केन्द्र धौरा मृदा विज्ञान के वैज्ञानिक डा0 रत्ना सहाय ने बताया कि पूरे जनपद में मृदा स्वास्थ्य कार्ड सभी कृशकों को वितरित किये जा रहा है, इसके अनुसार कृशक संतुलित मात्रा में उर्वरक का प्रयोग करें और खेत में गोबर की खाद का प्रयोग अवष्य करें, गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट नाडिप कम्पोस्ट का प्रयोग करें।
उप कृशि निदेषक डा0 नन्द किषोर ने बताया कि विकास खण्ड सि0सिरोसी सभागार, में आत्मा योजना के अन्तर्गत कृशकों का एक दिवसीय प्रषिक्षण व किसान सम्मेलन का आयोजन किया गया, उक्त आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में माननीय श्री पंकज गुप्ता विधायक सदर एवं सभापति स्थानीय निकाय लेखा परीक्षा समिति उत्तर प्रदेष ने भाग लिया।
कृशकों को कृशि विष्वविद्यालय कानुपर के वैज्ञानिक डा0 एस0पी0 त्यागी एवं डा0 बी0एन0 कटियार ने उन्नतषील खेती, बागवानी, फूलों की खेती व पषुपालन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। कृशि विभाग, पषुपालन विभाग, बैंक के अधिकारियों ने कृशकों को योजनाओं की जानकारी दी और स्टाल लगायें।
विधायक ने कृशकों को सम्बोधित करते हुये कहा कि किसान समृद्धषाली बेगेंगें तभी प्रदेष, देष का विकास होगा। पूर्व में 71 प्रतिषत किसानों की आबादी थी जो घटकर 45 प्रतिषत रह गयी है। खेती-किसानी की कल्याणकारी योजनायें चलाने से कृशकों में रूचि बढे़गी, सरकार कृशकों कि आमदनी दोगुनी करने के लिये जहा एक ओर कल्याणकारी योजनायें चला रही है, वहीं दूसरी ओर उनकी लागत का 1.50 गुना की दर से पहली बार खरीफ की सभी फसलों के समर्थन मूल्य को माननीय प्रधानमंत्री जी ने निर्धारित किया।
किसान, योजनाओं का लाभ लेने के लिये अपना पंजीकरण करायें और बैंक से किसान के्रडिट कार्ड लेकर खेती में निवेष करें, जिससे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से उनकी फलस बीमित हो जायेगी और प्राकृतिक आपदाओं की वजह से हुये फसलों के नुकसान की भरपाई बीमा कम्पनी करेगी। मुख्यमंत्री ने किसानों की समृद्धि के लिये संकल्प लिया और उनकी ऋण की माफी की, उन्होंने कहा कि कृशि सम्भावनाओं वाला क्षेत्र है, जिसपर सरकार का विषेश ध्यान है, उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को स्वीकृत पत्र वितरण किया। कार्यक्रम में अन्य मण्डल के जनपद स्तर के जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।
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