दाती महाराज के आश्रम से बच्चियों को हटाकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है। इसी क्रम में राजस्थान होटल से 67 बच्चियां मुक्त कराई गई।
शनि महाराज के नाम से चर्चित रहे दाती मदन के काले कारनामो का पर्दा फ़ाश होने के बाद 67 बच्चियों को राजस्थान के एक होटल से मुक्त कराये जाने का मामला भी सुर्खियों में है। राजसमंद शहर के सुभाषनगर पीर बावजी स्थानक के सामने होटल राजमहल में संचालित आश्रम से बुधवार दोपहर 67 लड़कियों को आजाद करवाकर बालिका गृह में भेजा गया। यह कार्रवाई बाल कल्याण समिति की ओर से की गई।
समिति को सूचना मिली थी कि शिष्या से दुष्कर्म मामले में घिरे दाती मदन के आश्रम से रातोंरात गायब हुई बच्चियों को यहां लाया गया। बताया जा रहा है कि ये बालिकाएं कांकरोली के आध्यात्मिक गुरुमुख स्कूल की हैं और आश्रम में आध्यात्मिक पढ़ाई कर रही थीं। हालांकि, रजिस्ट्रेशन सहित अन्य दस्तावेज नहीं होने से आश्रम संचालक संदेह के घेरे में है। होटल संचालक की भूमिका को भी शक के नजरिए से देखा जा रहा है।
लड़कियां झारखंड, असम, मप्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली के अलावा नेपाल की हैं। इन सभी ने बताया है कि वे माता-पिता की स्वीकृति से पढ़ाई के लिए आई हैं। कथित आश्रम में बच्चियों के अलावा आध्यत्मिक शिक्षिकाएं भी थीं। सभी लड़कियों को पन्नाधाय बालिका गृह ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ के बाद काउंसलिंग की गई ।
इसलिए बढ़ा शक, टिन शेड से कवर किया सबकुछ: बताया गया कि होटल को आश्रम बनाने के लिए इसकी छत से लेकर सभी बालकनियां पतरे लगाकर सील कर दी गई थीं, ताकि बाहर से कोई भी अंदर की गतिविधियां नहीं देख पाए। पुलिस-प्रशासन फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन होटल संचालक की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। होटल में किशोरियों के होने को लेकर कोई एंट्री नहीं बताई गई। आश्रम से छुड़ाई गई बालिकाएं यहां आध्यत्मिक शिक्षा सहित ध्यान योग, प्राणायाम और अंग्रेजी का अध्ययन करती हैं।
शनि महाराज के नाम से चर्चित रहे दाती मदन के काले कारनामो का पर्दा फ़ाश होने के बाद 67 बच्चियों को राजस्थान के एक होटल से मुक्त कराये जाने का मामला भी सुर्खियों में है। राजसमंद शहर के सुभाषनगर पीर बावजी स्थानक के सामने होटल राजमहल में संचालित आश्रम से बुधवार दोपहर 67 लड़कियों को आजाद करवाकर बालिका गृह में भेजा गया। यह कार्रवाई बाल कल्याण समिति की ओर से की गई।
समिति को सूचना मिली थी कि शिष्या से दुष्कर्म मामले में घिरे दाती मदन के आश्रम से रातोंरात गायब हुई बच्चियों को यहां लाया गया। बताया जा रहा है कि ये बालिकाएं कांकरोली के आध्यात्मिक गुरुमुख स्कूल की हैं और आश्रम में आध्यात्मिक पढ़ाई कर रही थीं। हालांकि, रजिस्ट्रेशन सहित अन्य दस्तावेज नहीं होने से आश्रम संचालक संदेह के घेरे में है। होटल संचालक की भूमिका को भी शक के नजरिए से देखा जा रहा है।
लड़कियां झारखंड, असम, मप्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली के अलावा नेपाल की हैं। इन सभी ने बताया है कि वे माता-पिता की स्वीकृति से पढ़ाई के लिए आई हैं। कथित आश्रम में बच्चियों के अलावा आध्यत्मिक शिक्षिकाएं भी थीं। सभी लड़कियों को पन्नाधाय बालिका गृह ले जाया गया, जहां उनसे पूछताछ के बाद काउंसलिंग की गई ।
इसलिए बढ़ा शक, टिन शेड से कवर किया सबकुछ: बताया गया कि होटल को आश्रम बनाने के लिए इसकी छत से लेकर सभी बालकनियां पतरे लगाकर सील कर दी गई थीं, ताकि बाहर से कोई भी अंदर की गतिविधियां नहीं देख पाए। पुलिस-प्रशासन फिलहाल किसी नतीजे पर नहीं पहुंचे हैं, लेकिन होटल संचालक की भी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है। होटल में किशोरियों के होने को लेकर कोई एंट्री नहीं बताई गई। आश्रम से छुड़ाई गई बालिकाएं यहां आध्यत्मिक शिक्षा सहित ध्यान योग, प्राणायाम और अंग्रेजी का अध्ययन करती हैं।
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