कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर एक बार फिर विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं. शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा है कि हिंदी, हिंदू और हिंदुत्व की विचारधारा देश को बांट रही है. हमें एकता की जरुरत है, समानता की नहीं. इससे पहले शशि थरूर ने प्रयागराज में सीएम योगी और उनके मंत्रियों को गंगा में नहाने को लेकर भी टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी के बाद थरूर और कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई थी.
दरअसल शशि थरूर ने मोहम्मद जिशान नाम के एक यूज़र के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है, ‘’हिंदी, हिंदू और हिंदुत्व की विचारधारा देश को बांट रही है. हमें एकता की जरुरत है, समानता की नहीं.’’ थरूर ने मोहम्मद जिशान के जिस ट्वीट को रिट्वीट किया है उसमें लिखा है, ‘’मुम्बई के एक इमिग्रेशन अधिकारी ने एक भारतीय छात्र को इसलिए क्लीयरेंस नहीं दी, क्योंकि वह हिंदी नहीं बोल सकता था.’’
मुंबई मिरर की एक खबर के मुताबिक, अमेरिका में रहने वाले अब्राहम सैम्युल नाम के पीएचडी छात्र की तरफ से आरोप लगाया गया है कि मुंबई एयरपोर्ट पर इमिग्रेशन अधिकारी ने हिंदी नहीं बोलने के वजह से उसे क्लीयरेंस देने से इनकार कर दिया. अब्राहम सैम्युल ने इस घटना को लेकर एक ट्वीट किया है जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन को टैग किया है.
खबर के मुताबिक, मुंबई पुलिस की विशेष शाखा ने 27 साल के इस छात्र की तरफ से लगाए गए आरोपों की जांच करने का आदेश दिया है. बायोमेडिकल इंजीनियर के छात्र अब्राहम सैमुअल अमेरिका के पॉट्सडैम में क्लार्कसन विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान में पीएचडी कर रहे हैं.
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