कानपुर
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान प्रदीप सिंह रावत की 10 वर्षीय बहादुर बेटी सुप्रिया ने सेना में भर्ती होकर पिता की शहादत का बदला लेने का संकल्प लिया है। तीन दिन पहले पिता की चिता को आग लगाते समय बेहोश हो जाने वाली सुप्रिया कन्नौज स्थित अपने पैतृक गांव से वापस कानपुर लौट आई हैं। मंगलवार से पांचवीं में पढ़ने वाली सुप्रिया के एग्जाम शुरू हो गए हैं और वह नहीं चाहती थीं कि उनकी परीक्षा छूटे।
सुप्रिया हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद सेना में भर्ती होकर अपने पिता के सपनों को पूरा करना चाहती हैं। वह कहती हैं, 'मेरे पापा अक्सर कहा करते थे कि अगर मैं उनका बेटा होती तो वे मुझे सैनिक स्कूल में पढ़ाते और इसके बाद सेना में भेजते। उनकी शहादत के बाद अब मैं उनका यह सपना पूरा करूंगी और उनकी मौत का बदला लूंगी।'
'पिता ने पढ़ाई के लिए किया था प्रेरित'
सुप्रिया के मुताबिक, जनवरी में जब अंतिम बार उनकी अपने पिता से बात हुई थी तो उन्होंने उसे पढ़ाई में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया था। सुप्रिया की मां नीरजा भी भावुक होते हुए कहती हैं कि वह चाहती हैं कि उनकी बड़ी बेटी सेना में भर्ती हो और अपने पिता की तरह ही देश की सेवा करे। सुप्रिया का एग्जाम न छूटे इसलिए हम अंतिम संस्कार के तुरंत बाद ही सुप्रिया और छोटी बेटी सोना के साथ कानपुर वापस लौट आए हैं।
'अफसर भी हो गए थे भावुक'
शहीद जवान के छोटे भाई कुलदीप ने बताया, 'यह बहुत मार्मिक क्षण था जब सुप्रिया ने अपना एग्जाम देने के लिए कानपुर जाने की बात कही। जब उसने जिले के अफसरों से कहा कि उसने सेना में भर्ती होने का निश्चय किया है वह फौजी बनकर पिता की मौत का बदला लेगी, तब हर कोई भावुक हो गया था।'
(News Source:- nbt)
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