सिद्धार्थनगर,
भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त टी. एन. शेषन का निधन हो गया।वह 86 वर्ष के थे।शेषन को भारत में चुनाव सुधारों एवं चुनाव आयोग के अधिकारों को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए जाना जाता है।शेषन का जन्म 15 दिसंबर 1932 को केरल के पलक्कड जिले में हुआ था।सेण्टवेसिल हायर सेकेण्डरी स्कूल से शिक्षा ग्रहण करने के बाद क्रिश्चियन कॉलेज से उच्च शिक्षा प्राप्त की।1955 में शेषन का चयन आई.ए.एस में हो गया।1989 में वह भारत के कैबिनेट सचिव बने।1990 से 1996 तक वह भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त रहे।
शेषन को भारत में चुनाव सुधारों के लिए जाना जाता है। चुनाव आयोग को स्वायत्त संस्था के रूप स्थापित करने के लिए जाना जाता है।शेषन से पहले चुनाव आयोग की शक्ति को आम जनमानस नहीं जानता था। चुनाव आयोग की शक्तियों को आम जनमानस तक पहुंचाया।
चुनाव सुधारों के कारण उन्हें 1996मे एशिया का नोबेल पुरस्कार कहे जाने वाले मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
चुनाव सुधारों के तहत मतदाता पहचान पत्र को अनिवार्य बनाना, चुनाव में पुरुष-महिलाओ के खर्च की सीमा निर्धारित करना, भयमुक्त वातावरण में मतदान कराना,बूथ कैप्चरिंग पर रोक लगाना आदि रहा।
श्री टी.एन. शेषन उत्कृष्ट कोटि के सिविल प्रशासक रहे। ऐसे व्यक्तित्व के धनी बहुत कम ही लोग होते हैं।1997 में टी.एन .शेषन ने राष्ट्रपति का चुनाव भी लड़ा, परन्तु के.आर.नारायणन से हार हुई।
श्री टी.एन शेषन एक महान प्रशासक रहे। उन्हें श्रद्धांजलि।
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