राजेश कुमार चौरसिया
सिद्धार्थनगर,
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) पूरे देश में लागू कर दिया गया है। इस योजना को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित किया जाता है। यह योजना देश के विभिन्न राज्यों में भी लागू है। इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना है ताकि वह खुद के साथ-साथ अपने नवजात की भी देखभाल कर सकें। । इसके तहत गर्भवतियों को पौष्टिक आहार के लिए सीधे उनके खाते में उक्त सहायता राशि भेजी जाएगी।
इस योजना पर सीधे प्रधानमंत्री व राज्यों के मुख्यमंत्री निगरानी रखेंगे। इस योजना के तहत गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिला व माताओं को ₹6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का उददेश्य
गर्भावस्था, प्रसव और स्तनपान के दौरान महिलाओं को जागरूक करना और जच्चा-बच्चा देखभाल और संस्थागत सेवा के उपयोग को बढ़ावा देना है।
महिलाओं को पहले छह महीनों के लिए प्रारंभिक और विशेष स्तनपान और पोषण प्रथाओं का पालन करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए नकद प्रोत्साहन प्रदान करना है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की मानें तो पहले महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली योजनाएं बहुत ज्यादा सफल नहीं हो पाती थीं क्योंकि इसके लिए जो जागरूकता चाहिए था वह नहीं होती थी। हालांकि 2017 के बाद प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत इसे लोकप्रिय बनाने की कोशिश की जा रही है।
इसी क्रम में प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत मातृ वंदना सप्ताह के प्रथम दिन जिलाधिकारी श्री दीपक मीणा द्वारा प्रचार रथ एवं रैली को हरी झंडी दिखाकर श्री सिंहेश्वरी इंटर कालेज से रवाना किया गया ।
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