खेल डेस्क.सचिन तेंदुलकर को 2011 वर्ल्ड कप विनिंग मोमेंट के लिए मंगलवार को लॉरेस स्पोर्टिंग मोमेंट अवॉर्ड के लिए चुना गया। सचिन के इस लम्हें को ‘कैरीड ऑन द शोल्डर्स ऑफ ए नेशन’ शीर्षक दिया गया है। साथ ही अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनल मेसी और फॉर्मूला वन ड्राइवर लुइस हैमिल्टन को संयुक्त रूप से स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर चुना गया। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 2011 में मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को हराकर वर्ल्ड कप जीता था।
श्रीलंका के खिलाफ फाइनल मुकाबला 6 विकेट से जीतने के बाद खिलाड़ियों ने सचिन को कंधे पर उठाकर मैदान का ‘लैप ऑफ ऑनर’ लगाया था। वह सचिन का छठा वर्ल्ड कप था। उससे पहले वे 2003 में फाइनल खेले थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था।
लॉरेस अवॉर्ड के 20 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ
6 बार के फॉर्मूला वन वर्ल्ड चैम्पियन हैमिल्टन और 6 बार के फीफा वर्ल्ड प्लेयर ऑफ द ईयर मेसी के बीच वोटिंग के बाद मुकाबला टाई हो गया था। लॉरेस अवॉर्ड के 20 साल के इतिहास में यह पहली बार हुआ। इसके बाद स्पोर्टिंग ज्यूरी ने दोनों को संयुक्त रूप से अवॉर्ड के लिए चुना।
लॉरेस अवॉर्ड क्या है?
यह खेलों की दुनिया के सबसे प्रतिष्ठितअवॉर्ड्स में से एक है। 1999 में लॉरेस स्पोर्ट फॉर गुड फाउंडेशन के डैमलर और रिचीमॉन्ट ने इसकी शुरुआत की थी। पहली 25 मई 2000 को अवॉर्ड दिए गए थे। इसमें 13 अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्ड दिए जाते हैं। अवॉर्ड में प्रमुख कैटेगरी लॉरेस वर्ल्ड स्पोर्ट्समैन ऑफ द ईयर, लॉरेस वर्ल्ड स्पोर्ट्सवूमन ऑफ द ईयर, लॉरेस वर्ल्ड टीम ऑफ द ईयर, लॉरेस वर्ल्ड कमबैक ऑफ द ईयर और लॉरेस वर्ल्ड ब्रेकथ्रू ऑफ द ईयर है।
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