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Wednesday, March 18, 2020

सिद्धार्थनगर - धर्म का अनुशरण करके विनाश से बच सकते है : आचार्य धीरेश





संतोष कौशल, सिद्धार्थनगर


बिस्कोहर । विकास खंड भनवापुर क्षेत्र के हरिबंधनपुर गांव में समय माता मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय श्रीशतचंडी महायज्ञ में मंगलवार को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज, हवन, पूजन, आरती के भव्य आयोजन से क्षेत्र देवीमय हो गया है। सुबह के कार्यक्रम में दुर्गा शप्तशती पाठ, हवन आदि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटे और यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर अपने जीवन को धन्य किया।
कथा के सातवें दिन रात की कथा में अयोध्या से आयें कथा वाचक आचार्य धीरेश जी महराज ने धर्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि यदि हम धर्म का अनुशरण नही करेंगे तो हमारा विनाश निश्चित है । उन्होंने महाभारत की कथा को केंद्र करके कथा सुनाते हुए कहा कि धर्म के स्वरूप में कौरव पक्ष में विदुर जी थे और पांडवो के पक्ष में धर्म सम्राट युधिष्ठर थे जब दोनों तरफ धर्म था तो कौरव पक्ष  कैसे हार गया ।
इस पर भाव प्रकट करते हुए महाराज श्री ने कहा कि पांडवो के पक्ष का जो धर्म था लोग उसका निर्णय बिना विचार किये मान लेते थे और दूसरी तरफ कौरव पक्ष में जो धर्म स्वरूप विदुर जी थे  उनका कहना कोई नही मानता था । वही विदुर रूपी धर्म को कौरव सभा मे अपमानित कर के निकाल दिया जाता है । इसी लिए कौरव पक्ष हार गया । जहां धर्म का सम्मान नही है उसी की हार होती है । "यतो धर्मस्य ततो जयः" जहाँ धर्म है वही विजय है ।

आचार्य ने बताया कि कोरोना वायरस से निपटने की क्षमता लोगों में है। उन्होंने बताया कि यज्ञ में जो हवन होता है, उस हवन के धुंआ से जितने शरीर को क्षति करने वाले कीटाणु होते हैं उसका नाश हो जाता है , कहा कि  हमारे सनातन परंपरा में हाथ जोड़कर प्रणाम करने की प्रथा है,जो अतिउत्तम है। उन्होंने लोगों को शरणागति में रहकर इस वायरस की भयानकता से बचने के लिए प्रेरित किया। कहा जहां सत्संग हो, संतों का साथ हो और प्रभु भक्ति हो वहां कोई ऐसा वायरस अटैक नहीं करता। इसलिए प्रभु की शरण में रहना चाहिए।

इस अवसर पर यज्ञाध्यक्ष आचार्य दुर्गेश शास्त्री , आचार्य त्रिपुरारी पाण्डेय , आचार्य राम वचन , थानाध्यक्ष त्रिलोकपुर रणधीर कुमार मिश्रा , वरिष्ठ समाजसेवी सुधीर त्रिपाठी , सदानंद शुक्ला , विनोद , गोपाल पाण्डेय , बदाऊ चौधरी , प्रेम नरायन पाण्डेय , विद्यासागर चौधरी , राम शंकर , राहुल पाण्डेय , लाल बिहारी , शुभ करन चौधरी , सुबास पाठक , आनंद शुक्ला , राम अनुज चौधरी , जय प्रकाश पाण्डेय , मंतोस पाठक , डा. मधु सूदन शुक्ला आदि मौजूद रहें ।



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