अजय कुमार
असिस्टेंट प्रोफेसर इतिहास
राजकीय महाविद्यालय डुमरियागंज सिद्धार्थ नगर
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई। जीवन को गुणात्मक एवं स्वस्थ्य बनाना योग के चिंतन का प्रमुख आधार है। महर्षि पतंजलि ने योग की परिभाषा इस प्रकार दी है: योगाश्चितवृत्तिनिरोध: अर्थात यम, नियम, आसन, प्राणायाम , प्रत्याहार,ध्यान और धारण का अभ्यास करते हुए चित्तवृत्तियों को नियंत्रित करना ही योग है।
योग शब्द संस्कृत के' *युज'* शब्द से बना है। इसका अर्थ होता है *मिलन* । मन और शरीर का मिलन योग है। इसके प्रवर्तक पंतजलि है। कोरोना महामारी के मद्देनजर योग का अलग महत्व है। इससे शारीरिक प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। यह कोरोना महामारी से निजात पाने में सबसे बड़ा माध्यम है।
योग का महत्व -
आज के समय में सभी के जीवन में योग का बहुत अधिक महत्व है। वर्तमान में बढ़ती बीमारियों से निपटने के लिए योग बहुत जरुरी है। जिस प्रकार डाईबिटीज के मरीज के लिए दवा जरुरी है, ठीक उसी प्रकार जीवन में योग बहुत आवश्यक है।
प्रात: काल का समय, योग करने का सही समय माना जाता है। सुबह के समय योग करने से व्यक्ति के मस्तिष्क की सभी इंद्रियां भलीभंति गतिमान होती हैं, जिससे व्यक्ति का मन एकाग्र होकर कार्य करता है। योग एक ऐसी साधना है, जिसका जीवन में होना बहुत जरुरी है। योग एक ऐसी दवा है, जो बगैर खर्च के रोगियों का इलाज करने में सक्षम है। वहीं यह शरीर को ऊर्जावान बनाए रखता है, यही कारण हैं कि युवाओं द्वारा बड़े पैमाने पर जिम और एरोबिक्स को छोड़कर योग अपनाया जा रहा है।
योग के फायदे -
1. मानसिक तनाव से छुटकारा-
सुबह के समय योग करने का सबसे ज्यादा असर व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर होता है। प्रात: योग करने से दिन भर के मानसिक तनाव से छुटकारा मिल जाता है एवं सभी कार्य आसानी एवं सरलता से हो जाते हैं।
2. वजन कम करने में सहायक -
योग वजन घटाने में अत्यधिक सहायक है। सूर्य नमस्कार, योग का ऐसा अंग है जो वजन कम करने में अत्यंत सहायक है। प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने से व्यक्ति का 10 ग्राम तक वजन कम होता है।
3. डाईबिटीज रोगियों के लिए जरुरी -
कहा जाता है कि डाईबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो कभी ठीक नहीं होती। लेकिन ऐसा नहीं है, योग और प्राणायाम से इस बीमारी का इलाज भी संभव है। योग के नियमित अभ्यास से डाईबिटीज जैसी बीमारी से राहत पाई जा सकती है।
4. मन प्रसन्न-
प्रतिदिन सुबह के समय योग करने से मन दिन भर प्रसन्न रहता है, साथ ही मानसिक शांति भी मिलती है। मानसिक रोगों को दूर कर प्रसन्न रहने के लिए यह एक बेहतरीन उपाय है।
5. आत्मविश्वास में बढ़ोत्तरी -
योग से मस्तिष्क सक्रिय होता है और शारीरिक ऊर्जा में वृद्धि होती है, जिससे व्यक्ति का मन किसी भी कार्य में व्यवस्थित रूप से लगा रहता है एवं उसके सभी काम समय पर होने से उसका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
योग की सावधानियां -
1. योग सुबह या शाम के समय करना ज्यादा बेहतर होगा।
2. योग हमेशा खाली पेट करें।
3. योग अपने शरीर के हिसाब से करें। जो आसन आप कर सकते हैं वही आसन करें।
योग का भविष्य -
भारत के लिए बहुत गर्व की बात है की संपूर्ण विश्व में अंतराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया जा रहा है। आज के समय में योग का उज्जवल भविष्य सामने है। वर्तमान में योग के प्रति लोगों की रुचि बढ़ती जा रही है, जिससे आने वाले समय में योग का स्तर और व्यापक होने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। योग अब विदेशों में भी अपनाया जा चुका है जो यह दर्शाता है कि योग अब अंतराष्ट्रीय स्तर विकसित हो चुका है।
धन्यवाद🙏
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