संतोष कौशल, सिद्धार्थनगर
सिद्धार्थनगर /बलरामपुर । परिवर्तन एक ऐसी प्रक्रिया है, जो सभी के जीवन में आती है उसी का एक रूप विदाई भी है, जहां व्यक्ति अपने जीवन का महत्वपूर्ण समय गुजार कर एक दूसरे से विदा होता है, जिसे एक सतत प्रक्रिया के रूप में जाना जाता है। यह बातें खंड शिक्षा अधिकारी गैसडी हृदय शंकर लाल श्रीवास्तव ने कही वे गुरुवार को क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय सदवापुर में आयोजित अवकाश प्राप्त शिक्षक के विदाई समारोह को संबोधित कर रहे थे। संचालन कर रहे पूर्व माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक संघ अध्यक्ष विजय कुमार सिंह व भूतपूर्व शिक्षक शेषराम पासवान ने कहा कि जाने वाले के लिए विदाई का समय भले ही दुखदाई हो, लेकिन जिस संस्था में अपने जीवन को विदाई तक गुजारा जाता है एक भावनात्मक लगाव के कारण सबके लिए उदासी का कारण बन जाता है, कहा कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय सदवापुर में शिक्षक राम नायक पाठक के लगभग 10 वर्षों का कार्यकाल सकारात्मक रहा और इतने वर्षों के बाद उनकी विदाई इस विद्यालय से हो रही है। सेवानिवृत्त शिक्षक ने सभी को एकसूत्र में बांध कर चलने का जो काम किया है वही काम वर्तमान प्रधानाध्यापक को भी करनी चाहिए। वहीं उनकी लंबी उम्र की सभी ने कामना की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहें समदा कठेर विद्यालय के प्रधानाध्यापक नंदलाल जायसवाल व सुनील कुमार त्रिपाठी ने कहा कि अवकाश होना नौकरी का एक हिस्सा है।
कोरोना महामारी को लेकर सादे रूप में मनायें गये शिक्षक विदाई समारोह में मौजूद शिक्षक, ग्रामीण एवं विद्यालय समिति के सदस्यों की ओर से सेवानिवृत्त शिक्षक राम नायक पाठक को माल्यार्पण किया गया। खंड शिक्षा अधिकारी व शिक्षक संघ अध्यक्ष की ओर से शाल ओढा कर एवं धार्मिक पुस्तक गीता को देकर उनका सम्मान किया गया|
इस अवसर पर नरेन्द्र कुमार वर्मा , सुनील कुमार त्रिपाठी , कामनी सिंह , विमलेश यादव , रमापति गुप्त , विजय चन्द्र , ओमकार नाथ मिश्रा , दुर्गेश कुमार पाण्डेय , सेवाराम , शिव पूजन राव , अनुराधा देवी आदि मौजूद रहें ।
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