राजस्थान के भिवाड़ी जिले में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है, जहां बिजली विभाग ने जिले में एक उपभोक्ता के नाम पर करीब 311 करोड़ 41 लाख रुपए की भारी भरकम राशि का बिजली बिल जारी कर दिया। इतनी बड़ी राशि में बिल देखकर लेखा-जोखा विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए। जब बिल की यह कॉपी सोशल मीडिया में वायरल हो गई तो जल्द ही गलती सुधार कर निगम अभियंताओं ने संशोधित बिल जारी कर दिया।
जानकारी के अनुसार, विद्युत् निगम की लेखा शाखा ने 9 जनवरी को डीजल पावर इंटरनेशनल खुशखेड़ा 80 केवीए डिमांड के बिल की राशि 311 करोड़ 41 लाख रुपए जारी कर दी। जिसकी यूनिट खपत 24,457 है। यह राशि 25 जनवरी तक जमा करनी थी, लेकिन यह बिल उपभोक्ता तक पहुंचने से पहले ही वायरल हो गया।
निगम की लेखा शाखा ने जांच की तो अपनी गलती का एहसास हुआ। बताते चलें कि भिवाड़ी उपखंड में करीब 35 हजार उपभोक्ता को हर महीने 150 से 180 करोड़ रुपए तक के बिजली बिल जारी होते हैं। वही जब एक ही उपभोक्ता को जब 311 करोड़ का बिल जारी हुआ तो सब सन्न रह गए, जबकि बिल में यूनिट की गणना सामान्य तरीके से ही दर्ज थी।
इस मामले में एक्सईएन एससी महावर ने बताया कि, सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के चलते बिल ज्यादा का बन गया, साथ ही यह बिल उपभोक्ता को नहीं दिया गया था। एआरओ ने बिल जनरेट करने से पहले चेक किया तो गलती पकड़ में आ गई, उसे तुरंत सुधार लिया गया है।
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