डुमरियागंज। लक्ष्मणनगर वार्ड निवासी अजय अग्रहरि ऑकलैंड (न्यूजीलैंड) में योग का प्रसार कर रहे हैं। विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रसार करने के कारण उन्हें 2019 में वाराणसी में हुए पहले युवा प्रवासी भारतीय दिवस में प्रतिनिधि के रूप में आमंत्रित किया गया था। राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सीएम योगी आदित्यनाथ से उन्हें सम्मान मिला था।
वर्ष 2012 में कॅरियर की तलाश में ऑकलैंड (न्यूजीलैंड) पहुंचे अजय ने कुछ समय तक एक शोध संस्थान में काम किया। संस्थान के लोगों की शारीरिक-मानसिक स्थिति देखकर उन्होंने योग सिखाना शुरू किया। सकारात्मक परिणाम ने उन्हें इतनी प्रसिद्धि मिली कि योगा सीखने वालों की तादाद बढ़ती गई। कोरोना संक्रमण काल में उन्होंने ऑनलाइन योग, मेडिटेशन की कक्षाएं चलाकर इस बीमारी के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में लोगों की मदद की। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण भय और निराशा के वातावरण में उन्होंने ऑनलाइन योग, मेडिटेशन की कक्षाओं के जरिए लोगों में आशा और सकारात्मकता का संचार किया। अपनी इस मुहिम में न्यूजीलैंड के लगभग हर क्षेत्र से 30 से भी ज्यादा स्वयंसेवक भी जोड़े। वर्तमान में 30 से ज्यादा संगठन और 60 से अधिक प्रशिक्षक उनके साथ इस मुहिम में जुड़े हुए हैं। इन सत्रों में लगभग अस्सी हजार लोगों ने योग विद्या का लाभ उठाया। फोन वार्ता में अजय ने बताया कि आयोजन का उद्देश्य सभी उम्र और क्षमता के लोगों के लिए योग को सहज बनाना रहा।
सीडी से सीख रहे सूर्य नमस्कार
न्यूजीलैंड में अजय अग्रहरि की योगासन सीडी के जरिए वहां के करीब 100 योग प्रतिष्ठानों में युवाओं के साथ ही बुजुर्ग भी सूर्य नमस्कार सीख रहे हैं। न्यूजीलैंड के अलग-अलग शहरों से करीब 500 से अधिक लोग आकर सिविक स्कावयर में आयोजित योगाथन-2019 में प्रतिभाग कर एक लाख आठ हजार बार सूर्य नमस्कार कर रिकॉर्ड बनाए थे।
इंजीनियर हैं अजय अग्रहरि
लक्ष्मणनगर वार्ड निवासी शक्तिप्रकाश अग्रहरि की पांच संतानों सबसे बड़े बेटे अजय उर्फ अप्पू अग्रहरि ने प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर से ग्रहण की। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट पीपुल्स इंटर कॉलेज से किया। लखनऊ के बाबू बनारसी दास इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक के बाद वर्ष 2011 में अजय टोरंटो में साफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर नौकरी करने चले गए। अजय वर्ष 2012 में न्यूजीलैंड के आकलैंड सिटी में दुनिया की सबसे बड़ी कांट्रैक्ट रिसर्च आर्गनाइजेशन कंपनी क्वीनटाइल आईएमएस में उसी पद पर नौकरी के लिए चयन हुआ। अजय योग को न्यूजीलैंड के स्कूलों में पाठ्यक्रम के रूप में शामिल करवाने का प्रयास कर रहे हैं।
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