पेट्रोल यदि 100 रुपए प्रति लीटर हो गया तो क्या होगा? यह सवाल सिर्फ वाहन चालकों को ही नहीं तेल कंपनियों को भी परेशान कर रहा है। दरअसल, पुराने किस्म की जेटलाइन पंप डिस्पेंसिंग यूनिट में तीन अंक यानी 100 रुपए का डिस्प्ले देने की क्षमता नहीं हैं। भोपाल में एक्सस्ट्रा प्रीमियम के दाम 100 रुपए पार हुए तो कुछ मशीनों को बंद करना पड़ा। ऐसे में तेल कंपनियां अपने स्तर से निपटने की तैयारियां कर रही हैं। सूत्रों का कहना है कि लखनऊ में करीब 87 पंप में पुरानी डिस्पेंसिंग मशीनें लगी हैं। लखनऊ में 180 के करीब पेट्रोल पंप हैं।
तेल कंपनियों के सूत्रों का कहना है कि आने वाले समय में पेट्रोल के दाम को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। इंडियन ऑयल प्रबंधन का कहना है कि कुछ पंपों को छोड़ दें तो सभी पंप बदलाव के लिए तैयार हैं। वर्ष 2017 में पेट्रोल पंपों की डिस्पेंसिंग यूनिट बदलने के निर्देश दिए गए थे। यह बदलाव केंद्र सरकार के निर्देश पर किए गए। अधिकांस मशीनों को बदल दिया गया है, जो नई मशीनें हैं उनमें दिक्कत नहीं आएगी। पहले से प्रयोग में आ रही पुरानी मशीनों के साथ समस्या आ सकती है।
दाम बढ़े तो होगी मुश्किल
लखनऊ पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने बताया कि पेट्रोल के दाम बढ़े तो जहां पुरानी मशीनों हैं वहां दिक्कत जरूर आएगी। ग्रामीण इलाकों के कई डीलर्स नई मशीनों के लिए कंपनियों से कह भी चुके हैं।
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